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जटा हलकारा loveguru stargroup: नपुंसक पति की घरवाली-सी वह शोकभरी शाम थी। अगले जन्म की आशा के समान कोई तारा चमक रहा था। अंधेरे पखवाड़े के दिन थे। ऐसी नीरस शाम ...